4 महीने की प्रेगनेंसी: लक्षण, शिशु का विकास और आहार चार्ट
4 महीने की प्रेगनेंसी में प्रवेश के साथ, आपको पहली तिमाही (फर्स्ट ट्राइमेस्टर) के लक्षणों से उभरने, धैर्य रखने और दूसरी तिमाही (सेकंड ट्राइमेस्टर) में पहुंचने के लिए बधाई!
आपके लिए खुशखबरी है! अब आपकी सुबह की बेचैनी धीरे-धीरे कम हो जाएगी। लेकिन ज़्यादा खाने के लिए तैयार रहें, क्योंकि आपको अब चीज़ों की तलब लगने वाली है! चौथे महीने की प्रेगनेंसी होने के बारे में ज़्यादा जानने के लिए उत्सुक हैं? 4 महीने की प्रेगनेंसी के लक्षण क्या हो सकते हैं?
आइए अब विस्तार से समझें कि 4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या होता है?
जब आपकी प्रेगनेंसी को 4 महीने हो जाते हैं, तो माँ और शिशु दोनों के लिए इस समय महत्वपूर्ण विकास होते हैं।
माँ के लिए, सुबह की बेचैनी जैसे लक्षण कम हो जाते हैं, और जैसे-जैसे गर्भाशय फैलता है, बेबी बंप साफ दिखाई देने लगता है। अब आप अपना वजन बढ़ता हुआ भी देख सकती हैं और आपको खाने की चीज़ों की तलब लगने और भूख ज़्यादा लगने जैसा अनुभव हो सकता है।
आपके बच्चे के अंदरूनी अंग तेजी से विकसित हो रहे हैं, उनके प्रजनन अंग पहचाने जा सकते हैं। इस महीने के अंत तक, आपका बच्चा लगभग 4-5 इंच लंबा होता है, उसका वजन लगभग 110 से 140 ग्राम होता है और वह गर्भ के बाहर से आने वाली आवाज़ें सुनना शुरू कर देता है। इससे आप समझ सकती हैं कि 4 महीने का बच्चा पेट में कैसा होता है?
तो अब आप अपने बच्चे को कहानियां सुना सकती हैं और मजाकिया अंदाज़ में उनसे इस बारे में शिकायत भी कर सकती हैं, कि वो आपके लिए कितनी परेशानी खड़ी कर रहे हैं!
4 महीने की प्रेगनेंसी के लक्षण (Pregnancy ke 4 Month ke Lakshan)
आइए जानते हैं क्या हैं 4 महीने गर्भावस्था के लक्षण । प्रेगनेंसी के चौथे महीने के आसपास, आप अपने बढ़ते हुए बच्चे के प्रभाव को महसूस करना शुरू कर सकती हैं। जैसे-जैसे आपका गर्भाशय रोजाना बढ़ता है, आपको पेट थोड़ा टाइट महसूस हो सकता है। यह केवल सूजन या मिजाज़ में बदलाव नहीं, बल्कि आपके गर्भवती होने की वास्तविकता का संकेत है। ये महीने की प्रेगनेंसी के लक्षण हैं।
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4 महीने की प्रेगनेंसी के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- सीने में जलन और अपच हार्मोनल बदलाव के कारण होता है जो पाचन को प्रभावित करते हैं।
- जैसे-जैसे आपका गर्भाशय फैलता है, आपके शरीर के गुरुत्वाकर्षण के केंद्र में बदलाव होता है, उसके कारण पीठ दर्द होता है।
- खिंचाव के निशान , मकड़ी जाल जैसी या वैरिकाज़ नसें, और नाक में सूजन बढ़े हुए रक्त की मात्रा के कारण होते हैं।
- गर्भाशय के द्वारा अन्य अंगों को विस्थापित करने और डायाफ्राम पर दबाव डालने के कारण सांस लेने में तकलीफ होना।
- नाक बंद होना, मसूड़ों में जलन या खून आना, और कब्ज – ये सभी रक्त संचार (ब्लड सर्क्युलेशन) बढ़ने और अंगों के विस्थापन के कारण होते हैं।
शरीर में खून का बनना चौथे महीने के आसपास सबसे ज़्यादा हो जाता है और लगभग 35 हफ्तों तक ऐसा ही रहता है, ये कई लक्षणों को और बढ़ा देता है।
4 महीने का बच्चा पेट में कैसा होता है?- विकास और शारीरिक परिवर्तन
यहाँ बताया गया है कि चौथे महीने की प्रेगनेंसी के दौरान आपके बच्चे का विकास कैसे होता है और 4 मंथ प्रेगनेंसी बेबी साइज कितना होता है:
- 4 महीने का बच्चा कितना बड़ा होता है? चार महीने की प्रेगनेंसी में शिशु की लंबाई लगभग 4-5 इंच होती है।
- उनमें मांसपेशियों की शक्ति बढ़ने के साथ बाल और प्रजनन अंग विकसित होते हैं।
- आंखें और कान विकसित होते हैं, जिससे बच्चा बाहर की आवाज़ें सुन सकता है, इसलिए बच्चे से बात करके और गाकर उससे एक रिश्ता बनाने का यह अच्छा समय है।
- प्रेगनेंसी के 4 महीने में, आप अपने बच्चे की हलचल महसूस कर सकती हैं। तो जब आपको हल्के से झटके महसूस हो, तो चौंकें नहीं! अगर आप अभी तक हलचल महसूस नहीं करती हैं, तो भी घबराने की कोई बात नहीं है। कुछ शिशुओं को इसमें थोड़ा अधिक समय लगता है।
आपका बच्चा विकसित हो रहा है, उसी तरह आपके शरीर में भी बदलाव हो रहे होंगे। आइए देखें कि प्रेगनेंसी के 4 महीने में आपके शरीर में क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं?
- गर्भ में 4 महीने के बच्चे का वजन कितना होना चाहिए? यह करीब 110 से 140 ग्राम होता है। प्रेगनेंसी के इस समय तक आपका वजन बढ़ना शुरू हो गया होगा।
- आपको मतली के कम दौरों का अनुभव होने की संभावना है।
- संभवतः आपको खाने की लालसा होने लगेगी।
- आपका बेबी बंप अधिक स्पष्ट दिखाई देता है।
प्रेगनेंसी के 4 महीने में पेट दर्द क्यों होता है
प्रेगनेंसी के 4 महीने में पेट दर्द क्यों होता है — यह सवाल अधिकतर महिलाओं के मन में आता है। इस दौरान गर्भाशय का आकार बढ़ने लगता है, जिससे पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है। यही कारण है कि हल्का या मध्यम दर्द महसूस हो सकता है। इसके अलावा एक आम समस्या कब्ज़ और पेट फूलने की भी होती है। इसका कारण यह है कि इस समय महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है और गैस व अपच की परेशानी हो सकती है।
इसलिए, अगर आप बार-बार सोच रही हैं कि प्रेगनेंसी के 4 महीने में पेट दर्द क्यों होता है, तो इसका एक कारण गैस भी हो सकता है।
हालांकि, अगर यह दर्द तेज़ हो या लंबे समय तक बना रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है। ऐसा न करने पर यह आपके लिए जटिलता पैदा कर सकता है।
4 महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना
4 महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना सामान्य नहीं माना जाता, और यह इस बात का संकेत हो सकता है कि कुछ ठीक नहीं है। यह या तो हार्मोनल असंतुलन की समस्या हो सकती है या फिर गर्भपात का संकेत भी हो सकता है। 4 महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग के साथ-साथ अगर आपको तेज़ दर्द और चक्कर भी आ रहे हों, तो यह बिल्कुल सामान्य नहीं है।
कभी-कभी ब्लीडिंग सर्वाइकल इर्रिटेशन (गर्भाशय के मुंह में जलन) या सेक्स के बाद भी हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि केवल मेडिकल जांच से ही की जा सकती है। यहां तक कि अगर ब्लीडिंग हल्की भी हो, तब भी उस पर ध्यान देना आवश्यक है।
ऐसी स्थिति में डॉक्टर अल्ट्रासाउंड के माध्यम से यह जानने की कोशिश करते हैं कि मां और बच्चे का स्वास्थ्य सुरक्षित है या नहीं। इसीलिए ऐसी समस्या होने पर इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
प्रेगनेंसी के चौथे महीने में क्या खाना चाहिए? – डाइट (आहार) चार्ट
अब आपको अपने खाने पर ध्यान देना जारी रखना होगा क्योंकि आपका बच्चा आपके अंदर लगातार बढ़ रहा है। प्रेगनेंसी के चौथे महीने में क्या खाना चाहिए?
(आहार) चार्ट का एक नमूना दिया गया है जिसका उपयोग आप संदर्भ के लिए कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं 4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए:
| सुबह का नाश्ता | सुबह / शाम का नाश्ता | दोपहर का खाना | रात का खाना |
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पहला दिन |
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| चटनी के साथ बेसन चीला | 8 से 10 बादाम, मेवा, तिल के लड्डू | रायता के साथ वेजिटेबल पुलाव | रसम राइस पापड़ के साथ |
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दूसरा दिन |
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| सब्जी पोहा | नींबू या अदरक वाली चाय, कद्दू का सूप | सब्जी के साथ पराठा | जीरा राइस |
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तीसरा दिन |
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| सब्जियों के साथ चपाती | खीरा, गाजर या शकरकंद, बादाम | करी के साथ रोटी | चटनी के साथ डोसा |
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चौथा दिन |
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| इडली सांभर | तिल के लडडू, मखाना | खिचड़ी ,रायता के साथ | दही के साथ परांठा |
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पांचवा दिन |
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| गेहूं का डोसा चटनी के साथ | मिश्रित फलों का सलाद, टमाटर का सूप | पुदीना चटनी के साथ लेमन राइस | सांबर राइस |
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छठा दिन |
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| उपमा | हल्दी वाला दूध, संतरा | करी के साथ राइस | सब्जियों के साथ रोटी |
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सातवां दिन |
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| रागी डोसा चटनी के साथ | स्प्राउट्स सलाद, नारियल पानी | इमली चावल दही के साथ | रायते के साथ खिचड़ी |
अपने 4 महीने की प्रेगनेंसी के आहार में हरी पत्तेदार सब्जियाँ, गाजर, शकरकंद, टमाटर, पनीर, टोफू, और अन्य पौष्टिक सब्जियाँ शामिल करने का प्रयास करें, ताकि इन्हें रोटी और पराठे के साथ साइड डिश के रूप में खाया जा सके।
4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या nahi खाना चाहिए
प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए — यह तो हम जान चुके, अब आइए यह भी जान लेते हैं कि 4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या nahi खाना चाहिए, क्योंकि इस खानपान का सीधा असर आपके और आपके बच्चे, दोनों के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
सबसे पहले, कच्चा या अधपका मांस, बिना पाश्चराइज किया गया दूध, अधिक कैफीन और जंक फूड से बचना चाहिए। इसके अलावा अनानास, प्रोसेस्ड फूड और कोल्ड ड्रिंक जैसी चीज़ें भी अवॉयड करनी चाहिए। साथ ही, भोजन में उन मछलियों से भी बचें जिनमें हाई मरकरी लेवल पाया जाता है, जैसे शार्क या किंग मैकेरल। कई तरह की हर्बल चाय भी प्रेगनेंसी में सुरक्षित नहीं मानी जातीं। इसलिए, कुछ भी खाने-पीने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें। इससे आप और आपके बच्चे दोनों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा।
द बॉटम लाइन
प्रेगनेंसी के दूसरे तिमाही (सेकंड ट्राइमिस्टर) में अब आप अपने बच्चे के साथ जुड़ाव महसूस कर सकती हैं, क्योंकि वो अब आपकी आवाज़ सुन सकता है। कभी-कभी जंक फ़ूड की तलब होना ठीक है, लेकिन सुनिश्चित करें कि आप चौथे महीने के स्वस्थ आहार(डाइट चार्ट) का पालन करके सभी ज़रूरी पोषक तत्व ले रही हैं।
Faq's
1. प्रेगनेंसी के 4 महीने में क्या-क्या महसूस होता है?
इस समय के दौरान महिलाएं थकान, मूड में उतार-चढ़ाव, हल्की ऐंठन, भूख में बढ़ोतरी और बच्चे की गतिविधियों जैसी अनुभूतियाँ महसूस कर सकती हैं।
2. 4 महीने की प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए?
4 महीने की प्रेगनेंसी में पपीता, अनानास, अधपका मांस, जंक फूड और अधिक कैफीन वाले पदार्थों से परहेज़ करना चाहिए।
3. गर्भ में 4 महीने के बच्चे का वजन कितना होना चाहिए?
चार महीने के गर्भस्थ शिशु का वजन लगभग 100 से 140 ग्राम हो सकता है, और उसकी लंबाई लगभग 5 से 6 इंच तक होती है।
4. 4 महीने का बच्चा पेट में कैसे घूमता है?
इस समय, बच्चा हल्की गतिविधियाँ करने लगता है, जैसे लात मारना, पलटना और हाथ-पैर हिलाना। हालांकि, कई महिलाओं को यह हलचल अपने गर्भावस्था के पांचवें महीने में महसूस होती है।
5. प्रेगनेंसी का 4 महीना कैसा होता है?
यह दूसरा त्रैमासिक होता है, जब थकान में थोड़ी कमी आती है और भूख बढ़ने लगती है। साथ ही, शरीर में ऊर्जा का स्तर सामान्य से बेहतर होता है और शिशु का विकास तीव्रता से होता है।
